Online Scams
ऑनलाइन धोखाधड़ी
भारत में ऑनलाइन घोटाले: समझें, बचें और सुरक्षित रहें
2024 में चल रहा सबसे बड़ा स्कैम
जयादातर गावो वालो के कोई न कोई रिश्तेदार आस पड़ोस के विदेश में रहते है यह लोग इसी बात का फायदा उठाते है और भोले भले लोगो को अपनी ठगी का शिकार बनाते है।
अगर आपने गलती से किसी का नाम ले लिया वो सामने वाला कहेगा बस मैं वही बात कर रहा हु और इदर उदर की बाते करेगा जब आदमी को थोड़ा यकीन सा होगा तो वह अपने असली स्कैम पर आता है।
और कहेगा किसी से बात मत करना
मेरी फॅमिली में मेरी किसी के साथ बनती नहीं है मैंने 20 /30,50 लाख कमा के रखे है और मैं अपने पैसे तुम्हारे पास सेव रखना चाहता हु चाहे तो तुम भी मेरे पैसे इस्तेमाल कर सकते हो और जब तुम्हारे पास हो मुझे दे देना। मुझे तुम पर पूरा भरोसा है तुम मुझे अपनी बैंक की पासबुक की फोटो और आधार कार्ड भेज दो।
जब आदमी लालच में आकर बैंक खता और आधार दे देता है तो वह सामने वाला धोखेबाज नकली ट्रांसक्शन की फोटो भेज देता है और कहता है की मैंने तुम्हारे बैंक खाते में 15 लाख या कोई भी राशि डालदी है और 24 घंटे में तुम्हारे खाते में पैसे आ जायेगे भोला इंसान फोटो देखकर खुश हो जाता है।
स्कैमर यही चाल सबके साथ चलता है और कहता है मैंने किसी की इंडिया में 20 हजार 30 हजार पचास हजार देने है या कहेगा मेरा कोई रिश्तेदार या दोस्त हस्पत्ताल में दाखिल है।
उसको पैसे देने है भोला इंसान बिना किसी को बताये लालच में आकर पैसे ट्रांसफर करवा देता है और बाद में स्कैमर ब्लॉक कर देता है और इसी प्रकार भोलेभाले लोग ठगी का शिकार हो जाते है।
किरपा करके +92 वाले नंबर से कोई भी कॉल या मैसेज रिसीव मत कीजिये आप भी इन धोखेबाजो के शिकार हो सकते है।
ऑनलाइन घोटालों के प्रकार
1. फिशिंग (Phishing) घोटाले:
आपको धोखेबाज बैंक अधिकारी बनकर आपका ATM पिन expire के बारे में बोलकर बातो में उलझा लेता है और इस तरह फिशिंग घोटाले सबसे सामान्य ऑनलाइन घोटालों में से एक हैं। इसमें लिंक भेजकर लालच दिए जाते है। इसमें धोखेबाज नकली वेबसाइट या ईमेल के माध्यम से लोगों की व्यक्तिगत जानकारी, जैसे बैंक खाते का विवरण, पासवर्ड, आदि चुराते हैं। लोग समझते हैं कि वे किसी असली वेबसाइट पर हैं, लेकिन असल में वे एक धोखेबाज वेबसाइट पर होते हैं।
2. लॉटरी और इनाम घोटाले:
आजकल मोबाइल के व्हाट्सप्प पर इस तरह के मैसेज आते है आपने कौन बनेगा करोड़पति की और से इनाम जीता है। इसमें लोगों को यह बताया जाता है कि उन्होंने कोई बड़ी लॉटरी या इनाम जीता है। इनाम प्राप्त करने के लिए उन्हें कुछ पैसे जमा करने या अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने के लिए कहा जाता है। पैसे जमा करने के बाद, घोटालेबाज गायब हो जाते हैं और आदमी हाथ मलता रह जाता है।
3. रोजगार घोटाले:
JOB स्कैम |
बेरोजगारी के चलते पढ़े लिखे बेरोजगार लोग ही अक्सर इन धोखेबाजो के चंगुल में फस जाते है इंटरनेट पर ढेरो ऐसी नकली वेबसाइट है जो रोजगार के नाम पर धोखा करती है इस प्रकार के घोटालों में लोगों को आकर्षक नौकरी के ऑफर देकर फंसाया जाता है। उनसे नौकरी पाने के लिए पैसे मांगे जाते हैं या फिर उनसे व्यक्तिगत जानकारी ली जाती है, जिसे बाद में गलत तरीकों से इस्तेमाल किया जाता है।
4. ऑनलाइन शॉपिंग घोटाले:
इसमें कम्पनीओ में कार्यकर्त लोग ही आम भोले-भाले लोगो से ठगी करते है उनका डाटा लीक करते है और जान भूझकर गलत समान भेजते है और वापसी में पैसे रिफंड के नाम पर अपनी निजी एप्लीकेशन जैसे टीम व्यूअर और Any Desk को मोबाइल में इनस्टॉल करवाकर उनका बैंक डिटेल लेकर पैसे निकाल लेते है इसका प्रमुख कारन लोग नकली ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइटों से सामान खरीदते हैं। भुगतान करने के बाद, उन्हें या तो नकली उत्पाद भेजा जाता है या फिर कुछ भी नहीं भेजा जाता और ऐसा ठगी का मामला हमारे साथ खुद MEESHO कंपनी दुवारा किया गया है जिसका सबूत आप हमसे ले सकते है।
5. पोंजी और निवेश घोटाले:
Investment स्कैम |
पोंजी घोटाले इसमें आपको अपने ही आस पड़ोस के लोग मिल जायेगे जो खुद फसे हुए होते है और अपना पैसा वापिस पाने के लिए दुसरो को भी फसा देते है आजकल टेलीग्राम पर व्हाट्सप्प पर ऐसे बहुत bot है जो 500 / 600 निवेश करवाकर आपको 30 से 50 रूपये प्रतिदिन देने की बात करते है और 35वे दिन आपको यह सारा पैसा डबल से भी बढ़कर मिलता है ,शुरू में लोग काम पैसे से निवेश करते है जैसे जैसे आदमी का लालच बढ़ता है पैसे जयादा निवेश करता है तब उसके साथ ठगी हो जाती है इसका सबूत भी हमारे पास है इसी लालच में लोगों को भारी मुनाफे का वादा करके पैसे निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता है। शुरुआत में कुछ लोगों को मुनाफा दिया जाता है, लेकिन जब बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल हो जाते हैं, तो घोटालेबाज पैसे लेकर भाग जाते हैं।
6. मालवेयर और रैनसमवेयर घोटाले:
यह स्कैम से बचने के लिए किसी अनजान लिंक पर कभी भी क्लिक न करे और वेब सफरिंग के दौरान कोई भी गलत साइट न खोले, इस प्रकार के घोटालों में धोखेबाज लोगों के कंप्यूटर या स्मार्टफोन में मालवेयर इंस्टॉल कर देते हैं। इसके बाद वे उनकी महत्वपूर्ण जानकारी चुरा लेते हैं या फिर उनकी फाइलों को एन्क्रिप्ट कर देते हैं, जिसे खोलने के लिए फिरौती मांगी जाती है।
भारत में ऑनलाइन घोटालों के बढ़ने के कारण
- डिजिटल साक्षरता की कमी: आज के समय में बड़ी संख्या में लोग इंटरनेट का इस्तेमाल तो कर रहे हैं, लेकिन उन्हें डिजिटल सुरक्षा के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है।
- तेजी से बढ़ता इंटरनेट उपयोग: जैसे जैसे इंटरनेट और स्मार्टफोन के उपयोग में बढ़ोतरी ने धोखेबाजों को अधिक लोगों तक पहुंचने का मौका दिया है।
- विनियमों की कमी: सरकार के दुवारा इंटरनेट प्लेटफार्मों पर सख्त विनियमों की कमी भी घोटालों के बढ़ने का एक कारण है।
- अत्यधिक लालच: जल्दी अमीर बनने की चाहत भी लोगों को घोटालों का शिकार बनाती हैअक्सर लोग लालच में धोखे का शिकार हो जाते है।
ऑनलाइन घोटालों से बचने के उपाय
- सतर्कता: कोई भी अनजाना ईमेल, संदेश, या फोन कॉल प्राप्त होने पर सतर्क रहें। किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले उसे अच्छी तरह से जांच लें।
- प्रमाणित वेबसाइटों का ही उपयोग करें: हमेशा प्रमाणित और सुरक्षित वेबसाइटों का ही उपयोग करें। ऑनलाइन खरीदारी करते समय वेबसाइट की सत्यता की जांच करें।
- द्वितीयक प्रमाणीकरण: बैंकिंग और अन्य संवेदनशील खातों के लिए द्वितीयक प्रमाणीकरण (2FA) का उपयोग करें।
- निजी जानकारी साझा न करें: किसी भी अनजान व्यक्ति या वेबसाइट के साथ अपनी व्यक्तिगत जानकारी, जैसे पासवर्ड, बैंक डिटेल्स, आदि साझा न करें।
- सुरक्षित पासवर्ड: अपने ऑनलाइन खातों के लिए मजबूत और सुरक्षित पासवर्ड का उपयोग करें और समय-समय पर उन्हें बदलते रहें।
- एंटी-वायरस का उपयोग: अपने कंप्यूटर और स्मार्टफोन में हमेशा एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें और उसे नियमित रूप से अपडेट करते रहें।
सरकार और कानून प्रवर्तन की भूमिका
भारत सरकार ने ऑनलाइन घोटालों से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं। साइबर सुरक्षा के लिए CERT-In जैसी संस्थाओं की स्थापना की गई है। इसके अलावा, भारतीय पुलिस की साइबर सेल भी ऑनलाइन घोटालों की जांच में सक्रिय भूमिका निभा रही है। हालांकि, जागरूकता फैलाने और सख्त कानूनों के माध्यम से ही इन घोटालों को कम किया जा सकता है।
निष्कर्ष
आज के समय ऑनलाइन घोटाले भारत में एक गंभीर समस्या बन गए हैं, लेकिन सही जानकारी और सतर्कता के साथ उनसे बचा जा सकता है। इंटरनेट का सुरक्षित और जिम्मेदार उपयोग करके हम इन घोटालों से सुरक्षित रह सकते हैं। हमें अपनी डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए और दूसरों को भी इसके प्रति जागरूक करना चाहिए किसी अनजान लिंक मेल मैसेज पर बिना जानकारी के क्लिक नहीं करना चाहिए अगर आपके साथ ठगी हो जाती है तुरंत साइबर क्राइम पुलिस को सूचित करना चाहिए ताकि आपके डाटा का गलत इस्तेमाल न हो सके और दुसरो को भी जागरूकता मिल सके।